गुप्तेश्वर जोशी,बीजापुर। अक्सर जो डॉक्टर अस्पतालों में मरीजों की चोटों को ठीक करने के लिए मरीजों के शरीर पर पट्टी बांधते है। आज वहीं डॉक्टर अपने माथों पर पट्टी बांध रहे है। ऐसा ही एक नजारा भैरमगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दिखा।यहां डॉक्टर्स अपने सिर पर पट्टी व बांह में काली पट्टी बांधकर मरीजों का इलाज करते नजर आए। दरअसल इसका कारण यह है कि जशपुर जिले के दुलदुला क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 25 मई को ड्यूटी पर तैनात दो डॉक्टरों के साथ सत्तापक्ष के जनप्रतिनिधियों ने मारपीट कर उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी।
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इसी के विरोध में छत्तीसगढ़ के (CIDA)छत्तीसगढ़ इन सर्विस डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्यों और भैरमगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री के नाम भैरमगढ़ के खंड चिकित्सा अधिकारी को दो सूत्रीय मांगों पर अपना ज्ञापन सौंपा है। इन मांगों में प्रमुख रूप से डॉक्टरों के साथ मारपीट करने वाले आरोपी आशीष सतपथी और उनके साथियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और सभी आरोपियों पर मेडिकल प्रोटेक्शन लगाने की मांग डॉक्टरों ने की है।
भैरमगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ डॉ आदित्य साहू,डॉक्टर सत्यप्रकाश खरे और अन्य डॉक्टरों ने बताया की आन ड्यूटी डॉक्टर नीतीश आनंद सोनवानी और डॉक्टर महेश्वर मणिक के साथ गाली गलौच,मारपीट और जान से मारने की धमकी दी गई। घटना के पश्चात डाक्टरों ने अपनी शिकायत दर्ज कराई। लेकिन एफआईआर होने के बाद भी मुख्य आरोपी आशीष सतपथी और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है और न ही आरोपियों के खिलाफ़ “मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट” लगाया गया है।
हद तो तब हो गई जब शिकायत करने वाले डाक्टरों और उनके परिजनों पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा शिकायत के विरुद्ध अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है।जिससे समस्त डॉक्टरों का समुदाय डरे, सहमे और हताश व लाचार महसूस कर रहे है।ऐसे में छत्तीसगढ़ के सभी डॉक्टरों में इस घटना के प्रति काफी रोष है। ऐसे में राज्य के सभी डॉक्टरों ने एकमत होकर यह निर्णय लिया है कि इस घटना का पुरजोर विरोध हो।इसके विरोध में जशपुर जिले के सभी डॉक्टर 31 मई दिन मंगलवार को एक दिन का सामूहिक अवकाश लेंगे। वहीं अन्य